योग: शरीर, मन और हृदय का संतुलन | Yoga: Balance of Body, Mind & Heart

योग: शरीर, मन और हृदय का संतुलन | Yoga: Balance of Body, Mind & Heart

By: san2003ku@gmail.com | October 12, 2025

Yoga, especially the Surya Namaskar 12 steps sequence, offers a holistic approach to health and wellness. As a certified physical trainer and yoga expert, Coach Ranjit shares how yoga helps balance body, mind, and heart naturally.

🧘‍♀️ योग अभ्यास के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश

  • खाली पेट अभ्यास करें (सिर्फ वज्रासन भोजन के बाद किया जा सकता है)
  • शांत, हवादार और सकारात्मक माहौल चुनें
  • तनाव न लें, शरीर को धीरे-धीरे लचीला बनाएं
  • योग मैट या कंबल पर अभ्यास करें
  • सूर्योदय या सूर्यास्त का समय सर्वश्रेष्ठ है
  • पहले आसन, फिर प्राणायाम करें
  • ढीले कपड़े पहनें, आभूषण न रखें

🌞 Surya Namaskar 12 Steps: Complete Guide for Beginners

Surya Namaskar एक सम्पूर्ण व्यायाम है जो शरीर, मन और आत्मा को जोड़ता है। नीचे इसके 12 चरणों का विवरण है —

  1. Pranamasana (Prayer Pose) – गहरी सांस लेकर ध्यान केंद्रित करें।
  2. Hasta Uttanasana (Raised Arms Pose) – शरीर को ऊपर उठाकर खिंचाव दें।
  3. Padahastasana (Hand to Foot Pose) – झुककर पैरों को छूएं।
  4. Ashwa Sanchalanasana (Equestrian Pose) – दाहिना पैर पीछे ले जाएं।
  5. Parvatasana (Mountain Pose) – शरीर को उलटे V आकार में लाएं।
  6. Ashtanga Namaskara (Eight-Limbed Pose) – आठ अंगों से धरती को स्पर्श करें।
  7. Bhujangasana (Cobra Pose) – छाती को ऊपर उठाएं, सांस लें।
  8. Adho Mukha Svanasana (Downward Dog) – फिर से पर्वतासन मुद्रा में आएं।
  9. Ashwa Sanchalanasana – विपरीत पैर से दोहराएं।
  10. Padahastasana – दोनों पैर मिलाएं।
  11. Hasta Uttanasana – उठकर पीछे की ओर झुकें।
  12. Pranamasana – प्रार्थना मुद्रा में समाप्त करें।

🧠 योग क्या है? (What is Yoga?)

योग संस्कृत शब्द “योग” से लिया गया है, जिसका अर्थ है “जोड़ना” — अर्थात् शरीर, मन और आत्मा का एकीकरण। स्वामी शिवानंद के अनुसार — “विचार, व्यवहार और कर्म में तालमेल बैठाना ही योग है।”

🪷 योग के आठ अंग (Ashtang Yoga)

  1. यम (Yama): नैतिक अनुशासन
  2. नियम (Niyama): आत्म-अनुशासन
  3. आसन (Asana): शारीरिक स्थिरता
  4. प्राणायाम (Pranayama): श्वास का नियंत्रण
  5. प्रत्याहार (Pratyahara): इंद्रियों का नियंत्रण
  6. धारणा (Dharana): एकाग्रता
  7. ध्यान (Dhyana): ध्यान अवस्था
  8. समाधि (Samadhi): परम शांति

💪 आसन के लाभ (Benefits of Asana)

  • शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है
  • पाचन शक्ति और रक्त संचार में सुधार करता है
  • तनाव और अनिद्रा को कम करता है
  • संतुलन और आत्मविश्वास बढ़ाता है

🌬️ प्राणायाम (Pranayama) – The Art of Breath Control

प्राण का अर्थ है “जीवन ऊर्जा” और अयाम का अर्थ है “विस्तार”। यानी प्राणायाम वह प्रक्रिया है जो हमारी ऊर्जा और श्वास को संतुलित करती है।

प्राणायाम के प्रकार (Types of Pranayama)

  • अनुलोम-विलोम (Nadi Shodhan)
  • भ्रामरी (Bhramari)
  • भस्त्रिका (Bhastrika)
  • शीतली (Sheetali)

प्राणायाम के लाभ (Benefits)

  • एकाग्रता और मानसिक शांति
  • फेफड़ों की क्षमता और ऑक्सीजन स्तर में वृद्धि
  • तनाव और चिंता में कमी

🌿 निष्कर्ष (Conclusion)

योग केवल आसन नहीं, यह जीवन जीने की कला है। जब शरीर, मन और हृदय संतुलित होते हैं, तब जीवन में समरसता आती है। रोज़ 20 मिनट योग और प्राणायाम करें — और अपने भीतर के शांति स्रोत को पहचानें।

Previous: Surya Namaskar 12 Steps: Complete Guide
Next: Morning Exercise Routine for Beginners

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top